नया स्मार्टफोन खरीदने से पहले इन बातो को जरुर जान ले
1. बनावट:
फोन की बनावट पर फोन का टिकाऊपन निर्भर करता है। बाजार में इस वक्त मौजूद ज्यादातर स्मार्टफोन मेटल बॉडी या प्लास्टिक बॉडी के साथ उपलब्ध हैं। मेटल बॉडी स्मार्टफोन को एक अलग लुक और शाइन देता है। इसके साथ ही फोन का मजबूत होना भी बेहद जरुरी है। फोन अगर मजबूत है तो फोन 2-3 फीट ऊपर से गिरने के बाद बच सकता है। अगर कोई फोन हाथ में पकड़ने से ही कमजोर और सस्ता दिखता है तो इसका मतलब है वो कमजोर ही होगा।
2. डिस्प्ले:
मौजूदा समय में बाजार में कई साइज के डिस्प्ले के साथ स्मार्टफोन उपलब्ध हैं। अगर आप फोटो को एडिट करने, वीडियो बनाने, वीडियो एडिट करने, मूवी देखने और डाउनलोड करते हैं, तो आपको 5 से 6.5 फुल HD या QHD डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन लेना चाहिए। वैसे यह आप पर निर्भर करता कि आप कैसा स्क्रीन चाहते हैं। लेकिन स्मार्टफोन की साइज ऐसी चुने जो आपके हाथों में आराम से पकड़ा जा सके। अगर आप छोटे स्क्रीन के आदी हैं तो 5 इंच का डिस्प्ले आपके लिए ठीक है। कुछ लोगों को ज्यादा बड़े डिस्प्ले पसंद आते हैं, उनके लिए भी मार्किट में कई विकल्प मौजूद हैं। इसके अलावा रेजोल्यूशन भी एक अहम फैक्टर होता है। रेजोल्यूशन को सीधे शब्दों में समझा जाए तो आपके स्मार्टफोन के स्क्रीन पर दिखने वाले इमेज की क्वालिटी इसपर निर्भर करती है। इस बात का भी ध्यान रहे कि रेजोल्यूशन का सीधा असर आपके फोन की बैटरी लाइफ पर भी पड़ता है। ज्यादा रेजोल्यूशन वाले स्क्रीन में बैटरी की खपत ज्यादा होती है।
3. प्रोसेसर:
आज स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा जिक्र प्रोसेसर का ही होता है। फोन की स्पीड प्रोसेसर पर निर्भर करती है। इसलिए फोन की खरीदारी से पहले प्रोसेसर के बारे में पूरी तरह जानकारी लें। प्रोसेसर की ताकत गीगाहर्ट्ज पर निर्भर होती है और कोर उसे ज्यादा स्मार्ट व सक्षम बनाता है। बाजार में मौजूदा ज्यादातर एंड्रायड फोन्स में आपको मीडियाटेक, स्नैपड्रैगन जैसे प्रोसेसर मिलेंगे। बढ़िया और तेज प्रोसेसर न सिर्फ फोन को तेज चलाते हैं बल्कि फोन की बैटरी पर भी कम बोझ डालते हैं। अगर आप ज्यादा इन्टरनेट उसे करते हैं या हेवी गेम ऑनलाइन खेलते हैं, तो आपको अच्छे प्रोसेसर वाला फोन लेना चाहिए। जैसे कि क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 या स्नैपड्रैगन 820/821 प्रोसेसर वाला फोन।
4. कैमरा:
डिस्प्ले और प्रोसेसर देखने के बाद बारी आती है कैमरे की। फोन में सिर्फ मेगापिक्सल देखकर ही कैमरा का चुनाव करना सही नहीं है। बल्कि आपको ये भी देखना चाहिए कि फोन में कौन-सा सेंसर लगा है। लेजर ऑटो फोकस और Ois जैसे फीचर्स ज्यादा बेहतर माने जाते हैं।। वहीं, कम रोशनी में फोटोग्राफी के लिए यह किस तकनीक का उपयोग कर रहा है। सेल्फी कैमरे पर भी ध्यान देना जरूरी है। यह वाइड एंगल हो जिससे कि सेल्फी में ढेर सारे लोगों के साथ आप आ सकें। आजकल ज्यादातर फोन में f/2.0 अपर्चर फीचर के साथ कम से कम 12 मेगापिक्सल का कैमरा मौजूद होता है।
5. बैटरी:
स्मार्टफोन ले रहे हैं तो यह जानकारी जरूर प्राप्त करें कि इसमें कितने एमएएच की बैटरी है। आज के मौजूदा फोन में कम से कम 3000 एमएएच बैटरी शामिल होती ही है। लेकिन अभी के फोन में इससे ज्यादा एमएएच की बैटरी आने लगी है। अगर इससे कम की बैटरी आपके फोन में मौजूद है तो आप बैटरी बैकअप से परेशान हो जाएंगे। वहीं, यदि फास्ट चार्जिंग सपोर्ट है तो बहुत बेहतर है।
6. ऑपरेटिंग सिस्टम:
स्मार्टफोन खरीदते समय कई बातों का ध्यान रखना होता है जिसमें एक ऑपरेटिंग सिस्टम भी है। आज बाजार में एंड्रायड मार्शमैलो, एंड्रायड नॉगट और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम आधारित फोन उपलब्ध हैं। विश्व में सबसे ज्यादा लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रायड है जो हर बजट में उपलब्ध है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एप और गेम बहुत ज्यादा हैं। वहीं खास बात यह कही जा सकती है कि इस सिस्टम में फ्री एप्स ज्यादा मिलती हैं। इसके बाद आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम आता है जो एप्पल आईफोन में उपलब्ध है। इसमें भी एप काफी हैं लेकिन फ्री एप कम मिलती हैं।
7. स्टोरेज:
स्मार्टफोन की खरीदारी में ऑपरेटिंग सिस्टम और प्रोसेसर के बाद बात आती है फोन के स्टोरेज की। फोन की इंटरनल स्टोरेज जितनी ज्यादा होगी वह उतना बेहतर है। फोन धीमा होना और हैंग होने की समस्या का सबसे बड़ा कारण फोन में कम स्टोरेज का होता है। वैसे आपको बता दें कि फोन में मौजूदा जितनी इंटरनल स्टोरेज आपको बताई जाती है उससे कम ही इस्तेमाल के लिए मिलती है। अब जब आप एप, गेम और इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो इंटरनल मैमोरी भर जाती है और फोन हैंग होने लगता है। यदि फोन में कार्ड सपोर्ट हो तो भी कम इंटरनल मेमोरी में समस्या हो सकती है। आज आम लोगों की जरूरत को देखते हुए फोन में कम से कम 16 GB इंटरनल स्टोरेज जरूरी है। लेकिन बाजार में इससे भी ज्यादा स्टोरेज वाले फोन मौजूद हैं जो यूजर की पसंद बने हुए हैं।
8. सुरक्षा/अतिरिक्त सुविधाएं:
अधिकांश स्मार्टफोन इन दिनों अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं जैसे फिंगरप्रिंट सेंसर या आईरिस सेंसर के साथ पेश किये जा रहे हैं। ये केवल एक हैंडसेट को लॉक/अनलॉक नहीं कर रहे हैं, बल्कि फाइलों, डाटा या एप्स को भी सुरक्षित रखते हैं। अब कंपनियां कम बजट के फोन में सिक्योरिटी के लिए फिंगरप्रिंट सेंसर उपलब्ध करवा रही हैं। इसके अलावा फोन को अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं के साथ खरीदना ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि ज्यादातर लोग फोन में अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सेव रखते हैं।
9. स्पीकर:
फोन कोई भी हो, उसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल बात करने के लिए ही होता है। फोन खरीदने से पहले किसी से बात करके देखें कि आपको और दूसरी तरफ सुनने वाले को आपकी आवाज बिना शोरगुल के साफ सुनाई दे रही है या नहीं। हो सके तो स्पीकर तेज आवाज पर बजाकर देखें। कहीं ऐसा तो नहीं कि वीडियो देखते हुए भी कान फोन से ही लगाए रहना पड़े।